पेरियार जयंती की धूम, सामाजिक न्याय दिवस के रूप में मनाई जा रही है 143वीं जयंती
पेरियार को नमन करते तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन। (Photo - MK Stalin)
Periyar E. V. Ramasamy कीजयंतीआजदेश-दुनिया में धूमधाम से मनाई जा रही है। तमिलनाडु में आज पेरियार साहब की जयंती को सामाजिक न्याय दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने पेरियार की मूर्ति पर माल्यार्पण किया। तमिलनाडु में पेरियार जयंती को सामाजिक न्याय के रूप में मनाने का एलान पहले ही कर दिया गया था।
Periyar E.V. Ramasamy Jayanti ki Badhai
सोशल मीडिया पर पेरियार ही पेरियार
आज पेरियार के सम्मान में लोग सोशल मीडिया पर भी पेरियार की तस्वीरें और उनके विचारों को शेयर कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर #HBDPeriyar और #SocialJusticeDay जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं।
आजभीपेरियारकेविचारनासिर्फ़बहुजनआंदोलनकोताक़तदेते हैं बल्कि ग़ैर-बराबरी के ख़िलाफ़ लड़ने की हिम्मत भी देते हैं। अपने तर्कों से अच्छे-अच्छों को पानी पिला देने वाले पेरियार साहब के विचार उस समय जितने प्रासंगिक थे, उतने ही आज भी हैं। भारत के मूलनिवासियों के आत्मसम्मान की लड़ाई लड़ने वाले पेरियार साहब को आज हर कोई सलाम कर रहा है। द शूद्र, साइंस जर्नी, एकेपी पिंटू और न्यूज़बीक की ओर से हम पेरियार साहब को नमन करते हैं।
छत्तीसगढ़ के पुरातात्विक स्थल Temple Carvings in Malhar Bilaspur Chhattisgarh 2009.jpg बिलासपुर के मन्दिरो की कारिगिरी छत्तीसगढ़ में कई पुरातात्विक महत्व के स्थल हैं। इन पुरातात्विक स्थलों की सूची इस प्रकार से है। अनुक्रम 1 काँकेर 2 दुर्ग जिला 3 बिलासपुर 4 सरगुजा जिला 5 अन्य स्थल काँकेर काँकेर का प्राचीन नाम शीला व तामपत्र लेखों में काकरय, काकैर्य, कंकर व काँकेर अंकित है। कुछ विद्वानों का मत है कि प्राचीन समय में कांकेर कंकर ऋषि, श्रृंगी ऋषी, कांकेर नगर के मध्य में दूधनदी प्रवाहित होती है। इस नगर के दक्षिण में स्थित मढ़ियापहाड़ पुरातात्विक महत्व लिये हुये है। पहाड़ के उपर पत्थरों से निर्मित सिंहद्वार व किला यहां के समृद्ध इतिहास की एक झलिक प्रस्तुत करते हैं। दुर्ग जिला भिलाई दुर्ग से 10 किलोमीटर दूर भिलाई एक औद्योगिक नगरी है। देश का पहला सार्वजनिक इस्पात कारखाना अपनी उन्नत तकनीकी, कौशल व उपकरणों के कारण विशेष दर्शनीय है। भिलाई में 100 एकड़ में एक अत्यन्त सुन्दर उद्यान व चिड़िया घर मैत्रीबाग पर्यटकों को रोमांचित करता है। तान्दुला ...
🔘001 Bharat Ka Prachin Itihas : Intro || History of Ancient India || by AKP Pin2 भारत का प्राचीन इतिहास : प्रस्तावना समस्त इतिहास को तीन वर्गों में बाँटा गया है– 1. प्रागैतिहासिक काल (Pre-Historic Period) 2. आद्य ऐतिहासिक काल (Proto-Historic Period) 3. ऐतिहासिक काल (Historic Period) 1. प्रागैतिहासिक काल :- ➤ लिखित साधन - अभाव ➤ शैलचित्र - कहीं कहीं उपलब्ध ➤ मानव जीवन - असभ्य, शिकारी ➤ विषय की जानकारी - पाषाण (Stone) उपकरणों तथा मिट्टी के बर्तनों व खिलौनों से प्राप्त ➤ इतिहासान्तर्गत - फलक संस्कृति (Flake Culture) 2. आद्य ऐतिहासिक काल :- ➤ जानकारी के स्रोत - लिखित साधन - उपलब्ध परन्तु उसकी लिपि को पढ़ने में असफल ➤ मानव जीवन - अनुमानित अज्ञात ➤ विषय की जानकारी - लिपि अपठित, शैलचित्र, शिलालेख, अभिलेख आदि ➤ इतिहासान्तर्गत - सिंधु (हड़प्पा) सभ्यता 3. ऐतिहासिक काल :- ...
मस्तुरी क्षेत्र के पचपेड़ी में प्रतिभा सम्मान व कैरियर मार्गदर्शन समारोह हुआ संपन्न स्त्रोत :- सजग युवा मंच पचपेड़ी व्हाट्सप ग्रुप दैनिक प्रार्थना प्रतिज्ञा अखबार कटऑउट मस्तूरी , विकासखंड के ग्राम पंचायत पचपेड़ी में क्षेेत्रीय प्रतिभागी पी एस सी एवं अन्य प्रतियोगी परीक्षाओ में अपनी प्रतिभा के दम पर सफलता हासिल कर क्षेत्र का नाम पूरे प्रदेश में रोशन किया। सजग युवा मंच पचपेड़ी सामाजिक सांस्कृतिक एवं बौद्धिक विकास मंच पदाधिकारी एवं सहयोगियों ने प्रशस्ति पत्र एवं मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत में अतिथियों का स्वागत किया गया और सांस्कृतिक कार्यक्रम की रंगारंग प्रस्तुत दी गई। सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि पुलिस महानिरीक्षक रतनलाल डांगी अध्यक्षता, गुड्डू लाल जगत संयुक्त कलेक्टर, रुचि शर्मा सीईओ गरियाबंद, अतुल वैष्णव तहसीलदार मस्तूरी, माधुरी धिरही उपपुलिस अधीक्षक मुंगेली, अश्वनी भारद्वाज शिक्षा अधिकारी मस्तूरी, दिनेश कोसरिया मुख्य नगरपालिका अधिकारी रायपुर, विजय किरण जिला खाद्य अधिकारी सूरजपुर, रागिनी नायक आबकारी निरीक्षक कोरबा, शिवराम टंडन स...
Satnami sect : Indian religion : Hindu cast || सतनामी संप्रदाय : भारतीय धर्म : हिंदू जाति FULL ARTICLE (पूरा लेख): Satnami sect, any of several groups in India that have challenged political and religious authority by rallying around an understanding of God as satnam (from Sanskrit satyanaman, “he whose name is truth”). सतनामी संप्रदाय, भारत के कई समूहों में से कोई भी जिसने ईश्वर को सतनाम (संस्कृत सत्यनमन् से, "वह जिसका नाम सत्य है") के रूप में समझने के इर्द-गिर्द रैली करके राजनीतिक और धार्मिक अधिकार को चुनौती दी है। The earliest Satnamis were a sect of mendicants and householders founded by Birbhan in Narnaul in eastern Punjab in 1657 . In 1672 they defied the Mughal emperor Aurangzeb and were crushed by his army. Remnants of that sect may have contributed to the formation of another, known as Sadhs (i.e., sadhu , “good”), in the early 19th century, who also designated their deity as satnam . प्रारंभिक सतनामी 1657 में पूर्वी पंजा...
सोशल मीडिया में #अफवाह जो 5G Network Testing के बाद फैलाई गई है :- सभी लोग विशेष रूप से ध्यान दे। अगर आपको कही छत पर, रोड पर या कहीं भी कोई चिड़िया मरी हुई या तड़पती हुई दिखे तो उससे दूरी बना कर रहे, ज्यादा दरियादिली दिखाने की जरूरत नही है, यह बात अपने रिश्तेदारों और खासतौर पर छोटे बच्चों को जरूर बताएं। बर्ड फ्लू बहुत तेजी से अपने पांव पसार रहा है। जनहित में जारी 🙏🙏🙏 बर्ड फ्लू (चिड़िया बुखार) यह भी मानव जाति के प्रगतिशील होने के ही प्रमाण है। यानि जितनी तेजी से मानवों ने विकास करना शुरू किया है। उतनी ही तेजी से बिमारियां भी बढ़ी है। कई तरह की मानव बिमारियां आज वर्तमान में मौजूद हैं वहीं मानव जाति के जीवन दौर में प्रकृति और पर्यावरण का नुक़सान हुआ है उनके दुष्परिणाम भी अन्य जीवों को भी हुआ है। इसी का एक नतीजा है यह बर्ड फ्लू । परंतु जो आपने ऊपर सूचना देखी वह एक सोची समझी अफवाह ही तो है। आपने 2.0 मूवी में देखा ही है कि कैसे मोबाइल टावर्स के हाई फ्रिक्वेंसिज़ के कारण पक्षियों को नुकसान होता है। महज़ वह एक कहानी है लेकिन आज यह #बर्ड_फ्लू फैलने की बात भी एक अफवाह ही है। ऐसा नहीं है कि यह ब...
*🍁 लघुकथा :आत्म मूल्यांकन 🍁* एक बार एक व्यक्ति कुछ पैसे निकलवाने के लिए बैंक में गया। जैसे ही कैशियर ने पेमेंट दी कस्टमर ने चुपचाप उसे अपने बैग में रखा और चल दिया। उसने एक लाख चालीस हज़ार रुपए निकलवाए थे। उसे पता था कि कैशियर ने ग़लती से एक लाख चालीस हज़ार रुपए देने के बजाय एक लाख साठ हज़ार रुपए उसे दे दिए हैं लेकिन उसने ये आभास कराते हुए कि उसने पैसे गिने ही नहीं और कैशियर की ईमानदारी पर उसे पूरा भरोसा है चुपचाप पैसे रख लिए। इसमें उसका कोई दोष था या नहीं लेकिन पैसे बैग में रखते ही 20,000 अतिरिक्त रुपयों को लेकर उसके मन में उधेड़ -बुन शुरू हो गई। एक बार उसके मन में आया कि फालतू पैसे वापस लौटा दे लेकिन दूसरे ही पल उसने सोचा कि जब मैं ग़लती से किसी को अधिक पेमेंट कर देता हूँ तो मुझे कौन लौटाने आता है??? बार-बार मन में आया कि पैसे लौटा दे लेकिन हर बार दिमाग कोई न कोई बहाना या कोई न कोई वजह दे देता पैसे न लौटाने की। लेकिन इंसान के अन्दर सिर्फ दिमाग ही तो नहीं होता… दिल और अंतरात्मा भी तो होती है… रह-रह कर उसके अंदर से आवाज़ आ रही थी...
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